माँ हे! खोलू न केवरिया, हम
दुअरिया आएल छी । दुअरिया आएल
छी, माँ हे दुअरिया आएल छी । कतेक दिनन से
आशान्वित छी, दर्शन भेटत हे माता । आस हमर पूरा
करू हे माँ, आहाँ छी भाग्यविधाता । माँ हे!.... माँ हे! खोलू
न केवरिया, हम दुअरिया आएल छी । दिनक चैन आ
राती के निंदिया आँखी स उड़ी गेल हमरा, आहाँ दुआरी
जाईत काल माँ राह में भ गेल रगड़ा । माँ हे!.... माँ हे! खोलू न केवरिया, हम
दुअरिया आएल छी ।
So goood
जवाब देंहटाएंSo good!!
जवाब देंहटाएंSo goooodddd!!!
जवाब देंहटाएंDo leave your comment.