माँ का आँचल

माँ का आँचल



ऐ माँ ! तेरा यह उजला आँचल,

हर बाधा, मेरी दूर भागाती है |

जितना ही मुझसे दूर है तू,

उतना तेरी याद सताती है |

 

यह माँ का वह शुभ्र आँचल,

जिसकी दासी शीतलता है |

सारा संसार समा ले फिर भी,

कायम  इसकी निर्मलता है |

जीवन निष्कंटक हो छाया में,

विपदा कभी पास न आती है |

 

ऐ माँ ! तेरा यह उजला आँचल,

हर बाधा, मेरी दूर भागाती है |

 

सावन की अपनी ही हस्ती होती,

हरीतिमा में जिसकी मस्ती होती |

क्या तुलना उसका आँचल से,

जिसमें माँ की ममता बसती होती |

बादल भी बरसे पर भींगे नहीं,

आँचल ही जिसकी थाती है |

 

ऐ माँ ! तेरा यह उजला आँचल,

हर बाधा, मेरी दूर भागाती है |

 


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.