भक्ति – गीत (मैथिली)

 

भक्ति – गीत (मैथिली)


कन्हैया किये चली गेलहुँ,
मथुरा गोकुल छोड़ी क
लागल नेहा तोड़ी क ओ
 
बिसरी गेलहुँ एतह के नर-नारी,
किया आंहाँ मदन मुरारी
एक बेर घूरि क आऊ,
सब सुख दुःख के छोड़ी क
लागल नेहा तोड़ी क ओ
 
जुदाई आहां के सहि नहिं जाए,
विहवल मनमा भरि – भरि आए
एक बेरी दरश दिखा जाऊ,
अरजी  करई  छी कर जोरि क
लागल नेहा तोड़ी क ओ

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